देहरादून। आगामी 19 अप्रैल को प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव अभियान के तहत कांग्रेस ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। बुधवार को प्रचार अभियान के तहत प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी चुनाव चिह्न के बैज विधिवत पहनाए और ग्राउंड लेबल तक हर कार्यकर्ता को बैज पहनाने का कार्यक्रम शुरू किया।
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा को पार्टी चुनाव चिन्ह का बैज पहना कर अभियान का श्रीगणेश किया। पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने भी प्रदेश अध्यक्ष का बैज अलंकरण किया। तत्पश्चात सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बैज पहनाए गए।
मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने पार्टी नेताओं से आग्रह किया कि जनता से संवाद के समय हर कार्यकर्ता के सीने पार्टी का बैज दिखना चाहिए। यह बेशक चुनाव प्रचार का बहुत छोटा भाग है किंतु इससे न सिर्फ हमारा मनोबल बढ़ता है बल्कि जनता के बीच ठोस पहचान भी बनती है और सार्थक सन्देश जाता है। इसके साथ ही कांग्रेस ने डोर टु डोर संपर्क अभियान भी तेज कर दिया।
इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, महामंत्री नवीन जोशी, प्रवक्ता दीप बोहरा, मीडिया पैनलिस्ट मोहन काला, सचिव गीताराम जायसवाल, विकास नेगी ,मंजू त्रिपाठी,आदि अनेक पदाधिकारी मौजूद थे।
कांग्रेस छोड़ने वालों की सत्ता दल के साथ साझेदारी का जल्द होगा खुलासा : करण माहरा
देहरादून। संयुक्त विपक्ष को गठबंधन इंडिया एलाइंस ने लोकसभा चुनाव पूरी मजबूती और एकता के साथ लड़ने का संकल्प दोहराते हुए दावा किया की बदलाव की बयार में प्रदेश की सभी पांच सीटों पर मतदाता ऐतिहासिक निर्णय देकर इंडिया एलाइंस को विजयी बनाएंगे।
दून प्रेस क्लब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में आयोजित पत्रकार वार्ता में गठबंधन के सभी नेता मौजूद थे। प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस के मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एस. एस. दलेर, इंडिया एलाइंस के प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, कांग्रेस नेता गीताराम जायसवाल और विकास नेगी आदि मौजूद थे।
पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जिनके कामों की जांच चल रही है या जिनके किसी कार्रवाई में फंसने की नौबत है अथवा जो सत्ता दल के बड़े नेताओं के पार्टनर हैं, केवल वही लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। नीचे का कार्यकर्ता किसी भी पार्टी का अन्यत्र नहीं जा रहा है। कार्यकर्ता अपने सिद्धांतों से टस से मस नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हम इस बात का खुलासा करेंगे कि दलबदल करने वाले किस नेता पर कितना दंड आरोपित किया गया था और वह दंड वसूला गया है या नहीं? उन्होंने यह भी खुलासा करने की बात कही कि बहुत जल्द सामने आ जायेगा कि किस नेता की सत्तारूढ़ दल के किस नेता के साथ पार्टनरशिप थी।