उत्तराखंड

गंगोत्री धाम में 160 करोड़ रुपए में बनेगी टनल पार्किंग

यमुनोत्री धाम के अंतिम पड़ाव जानकीचट्टी में टनल पार्किंग की संभावना तलाशने कल जाएगी NHIDCL और प्रशासन की टीम

उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम में टनल पार्किंग के निर्माण के लिए प्रारंभिक तौर पर प्रस्तावित एलाइनमेंट को जिला प्रशासन के द्वारा शासन के अनुमोदन हेतु भेजे जाने का निर्णय लिया गया है। प्रांरभिक अनुमान के मुताबिक गंगोत्री धाम के प्रवेश द्वार के निकट प्रस्तावित इस डबल ट्यूब पार्किंग की अनुमानित लागत रू. 160 करोड़ तक हो सकती है। इसी तरह यमुनोत्री धाम के अंतिम पड़ाव जानकीचट्टी या उसके निकटवर्ती क्षेत्र में भी टनल पार्किंग की बनाने की संभावना तलाशी जा रही है, जिसके लिए वृहस्पतिवार 4 जुलाई को एनएचआईडीसीएल और प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा स्थलीय निरीक्षण किए जाने का कार्यक्रम तय किया गया है। जिले में विभिन्न स्थानों पर रू. 40 करोड़ 59 लाख लागत की ग्यारह पार्किंग परियोजनाएं स्वीकृत हैं, जिनमें से चार योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं और छः पार्किंग का काम प्रगति पर है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कार्यदायी संस्थाओं को पार्किंग परियोजनाओं पर तेजी से काम करने के निर्देश देते हुए अपर जिलाधिकारी एवं जिला विकास प्राधिकरण के सचिव को इन सभी परियोजनाओं का तुरंत स्थलीय निरीक्षण करने को कहा है।

जिले में पार्किंग परियोजनाओं के संबंध में जिला मुख्यालय पर संबंधित विभागों व विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और प्रस्तावित योजनाओं के बारे में विचार-विमर्श किया। जिलाधिकारी ने कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत एवं स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए पार्किग सुविधाओं का विस्तार किया जाना शासन की प्राथमिकताओं में सम्मिलित है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम का मास्टर प्लान तैयार कर इन धामों में बेहतर अवस्थापना सुविधाओं का निर्माण किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जिसे देखते हुए पार्किंग की निर्माणाधीन परियोजनाओं का जल्दी पूरा करने के साथ ही प्रस्तावित योजनाओं से संबंधित सभी औपचारिकताओं को तुरंत पूरा कर अपेक्षित स्वीकृति यथाशीघ्र प्राप्त करने का प्रयास किया जाय। जिलाधिकारी ने बड़कोट में निर्माधीन पार्किंग का अवशेष काम इसी माह संपन्न करने के साथ ही अन्य स्थानों की योजनाओं को समय से पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि निर्माणाधीन योजनाओं की अवशेष धनराशि अविलंब जारी कर दी जाएगी। जिलाधिकारी ने जिला मुख्यालय सहित अन्य स्थानों व बड़े कार्यालय परिसरों के आस-पास पॉकेट पार्किंग विकसित करने के प्रस्ताव तैयार करने के संबंध मेंभी हिदायत दी।

बैठक में गंगोत्री धाम में प्रस्तावित टनल पार्किंग के लिए एनएचआईडीसीएल के द्वारा प्रारंभिक सर्वेक्षण के उपरांत दो वैकल्पिक एलाइनमेंट का प्रस्तुतिकरण किया गया। विशेषज्ञों के परामर्श पर बेहतर विकल्प वाले एलाइनमेंट पर बैठक में सहमति व्यक्त करते हुए इसे शासन के अनुमोदन हेतु भेजे जाने का निश्चय किय गया। एनएचआईडीसीएल के टनल विशेषज्ञों ने बताया कि गत मई माह में जिलाधिकारी के साथ किए गए स्थलीय सर्वेक्षण में हुए विचार-विमर्श के अनुसार गंगोत्री धाम के प्रवेश द्वार के निकट प्रस्तावित डबल ट्यूब की इस टनल की लंबाई 263 मीटर होगी और प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक इस पर लगभग रू. 160 करोड़ तक की लागत आ सकती है। जिलाधिकारी ने एनएचआईडीसीएल तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को यमुनोत्री क्षेत्र में भी टनल पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान चिन्हित कर प्रस्ताव तैयार किए जाने के निर्देश दिए। यह तय किया गया कि वृहस्पतिवार 4 जुलाई को एनएचआईडीसीएल के अभियंताओं के साथ ही अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी एवं जिला विकास प्राधिकरण के सचिव जानकीचट्टी क्षेत्र का दौरा कर टनल पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान तलाशेंगे।

बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री जी की घोषणा के अंतर्गत जिले में चार पार्किंग योजनाओं के लिए रू. 1582.6 लाख की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। गंगोत्री में रू. 185.08 लाख तथा जानकीचट्टी में रू. 468.20 लाख की लागत से पार्किंग का निर्माण पूरा कर लिया गया है। उत्तरकाशी में निर्माणाधीन बहुमंजिला पार्किंग का कार्य अंतिम चरण में है। बड़कोट में मुख्य निर्माण कार्य पूरे कर लिए गए हैं और बाकी काम प्रगति पर हैं। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री घोषणा के तहत उत्तरकाशी में लीसा डिपो में पार्किंग निर्माण के लिए भी अविलंब डीपीआर तैयार कर शासन को स्वीकृति हेतु भेजने के निर्देश दिए। जिला विकास प्राधिकरण के अधीन भी 6 पार्किंग योजनाएं स्वीकृत हैं। जिनमें से गंगोत्री का कार्य पूरा हो चुका है। जोशियाड़ा, बंदरकोट, नौगांव, सांकरी व मुंगरा-नौगांव में भी कार्य प्रगति पर है। रू. 2243.66 लाख की लागत के इन कार्यों के लिए रू. 914.43 लाख की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है।

बैठक में अपर जिलाधिकारी रज़्ज़ा अब्बास, ईई विकास प्राधिकरण विनीत रस्तोगी, अधिशाषी अभियंता सिंचाई केएस०ौहान, अधिशाषी अभियंता उत्तराखंड पेजयल संस्थान विकास एवं निर्माण निगम चम्बा सौरभ शर्मा,एवं विकासनगर के सुभाष भट्ट,एनएचआईडीसीएल के क्षेत्रीय उप महाप्रबंधक के प्रेमचंद, शुभम भट्ट एवं तेजस्वी आदि ने प्रतिभाग किया।

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