अपराध

हरिद्वार में प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड का खुलासा, बेटे ने ही रचा था पिता की मौत का षडयंत्र

पिता की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर थी बेटे की नजर, पिता की मामूली रोकटोक से भी था खफा

– पुलिस ने षडयंत्र में शामिल बेटे, कथित शूटर सहित 6 आरोपियों को दबोचा

हरिद्वार। पिछले साल 27 दिसंबर को कोतवाली गंगनहर पर 112 के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि अज्ञात बदमाशों ने पनियाला रोड़ स्थित निज आवास में बनाए गए ऑफिस में गोली मारकर एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी है। बेहद सनसनीखेज इस घटना पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह व सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी के साथ मौके पर पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी ली एवं अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। घटना को एक चैलेंज के रूप में लेते हुए कोतवाली गंगनहर व सीआईयू रुड़की/हरिद्वार की सयुंक्त टीमें गठित की गई।

घटना बेहद सनसनीखेज होने के कारण एसएसपी द्वारा मामले की स्वयं मॉनिटरिंग की गई। समय-समय पर देहात क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों को कई बार देर रात अपने आवास में बुलाकर मामले में हो रही प्रगति व सामने आ रही दिक्कत पर जानकारी की गई एवं दिक्कतों से पार पाने के लिए सुझाव देते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके सफल परिणाम सामने आए।

गठित की गई पुलिस टीम द्वारा प्रारंभिक जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि संपन्न गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखने वाले करोड़ों की संपत्ति के मालिक व पेशे से प्रॉपर्टी,कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले पनियाला निवासी मृतक जोगिंदर 27 तारीख को रात्रि घर का मुख्य गेट बंद कर अपने ऑफिस में बैठे हुए थे। इसी बीच तीन अज्ञात बदमाशों ने सड़क पर अपनी मोटरसाइकिल खड़ी की और एक बदमाश ने दीवार फांदकर अंदर से मुख्य गेट खोलकर तीनों बदमाशों ने ऑफिस में घुसकर अकेले बैठे जोगिंदर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिससे जोगिंदर की मौके पर ही मृत्यु हो गई। घटना करने के बाद बदमाश तुरंत गेट से बाहर निकले और मोटरसाइकिल में बैठकर फरार हो गए।

पूरी तरीके से ब्लाइंड इस केस को वर्कआउट करने के लिए हरिद्वार पुलिस द्वारा एड़ी चोटी का जोर लगाया गया। प्रारंभिक जानकारी के आधार पर कथित मोटर साइकिल एवं बदमाशों की पहचान के साथ ही वारदात के लिए प्रयोग किए गए रास्तों को चिन्हित करते हुए सीआईयू टीम को टैक्निकल सहयोग प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई साथ ही मृतक की पुरानी रंजिश एवं लेनदेन/जमीनी विवादों के बारे में भी गहनता से जानकारी जुटाई गई।

सभी जानकारियां इकट्ठा करने पर प्रकाश में आया कि मृतक का बेटा अनुराग नशा करने का आदी है जिसका आपराधिक किस्म के लोगों से मिलना-जुलना भी है। इसके अतिरिक्त अनुराग अपने पिता के कहने सुनने में भी न होने की बात भी सामने आयी।

शुरुआती कई एंगल पर काम करते हुए जब कोई सफलता हासिल नहीं हुई तब विवेचना का एंगल बदलते हुए टीम ने गहनता के साथ मृतक के पुत्र अनुराग के आपराधिक प्रवृत्ति वाले सभी दोस्तों की कई माध्यमों से जानकार प्राप्त पर प्रकाश में आए प्रिंस खटाना नामक संदिग्ध की जानकारी की तो पता चला कि उक्त संदिग्ध व अनुराग आपस में गहरे परिचित हैं साथ ही ये भी पता लगा कि घटना के दिन प्रिंस खटाना नोएडा से हरिद्वार आया था।

इस पर पुलिस टीम ने हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो प्रिंस खटाना ने अनुराग के कहने पर जोगिंदर की हत्या कराने की बात स्वीकार की। पुलिस टीम ने प्रिंस खटाना की निशांदेही पर घटना में सम्मिलित तीनों शूटरों को नोएडा क्षेत्र से दबोचा एवं घटना के लिए मोटरसाइकिल उपलब्ध कराने के आरोपी अंशुल को दबोचकर घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद की गई।

टेक्निकल एविडेंस एवं घटना में प्रकाश में आये सभी तथ्यों के आधार पर बारीकी से पूछताछ की गई तो षडयंत्र के मुख्य आरोपी अनुराग के पास पुलिस के अकाट्य सबूतों का कोई जवाब नहीं था। अनुराग ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए अपने पिता की हत्या करने की बात कबूली।

हत्या का कारण-

पिछले करीब चार-पांच सालों से अनुराग की कई ऐसे लड़कों से दोस्ती थी जो नशे के आदी थे। अक्सर घर से बाहर रहने के कारण दोस्तों के खर्च भी अनुराग को ही उठाने पड़ते थे जिस कारण उसने कई बार घर से पैसा भी चोरी किया। नशे की आदतों व यारी दोस्ती की जानकारी होने पर अनुराग के पिता जोगिंदर ने उससे मारपीट कर कई बार उसे घर में ही बंद करने लगे लेकिन अनुराग की आदतों में कोई सुधार नही हुआ।

बार-बार की रोक-टोक बंद कराने का प्लान बना रहे अनुराग की मुलाकात आपराधिक किस्म के लड़के प्रिंस खटाना से हुई। अनुराग ने प्रिंस खटाना को कहा कि यदि मेरे पिता के हत्या हो गई तो सारी प्रॉपर्टी मेरे पास आ जाएगी और उस प्रॉपर्टी से मैं तुम्हें लगातार कुछ न कुछ पैसे देता रहूंगा तुम्हें कभी पैसों की कमी नहीं रहेगी। जिस पर प्रिंस खटाना ने डील स्वीकार कर शूटरों की व्यवस्था होते ही कुछ ही दिनों में अनुराग के पिता की हत्या करवाने का आश्वासन दिया।

प्रिंस खटाना ने घटना से कुछ दिन पहले कृष्णा नगर आकर घर की रैकी की और तय योजना के अनुसार 27 तारीख को शूटर्स ने अकेले बैठे जोगिंदर को गोली मार दी।

घटना के सफल खुलासे पर जहां चौतरफा हरिद्वार पुलिस की वाहवाही हो रही है तो इसके पीछे देहात क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी, सीआईयू टीम व थाना पुलिस की कड़ी मेहनत, हजारों छोटी बड़ी बातों/तथ्यों का दिन रात मेहनत करते हुए एनालिसिस कर सफल निष्कर्ष पर पहुंचना, एक ऐसी सफलता की कहानी बताता है जो हरिद्वार के देहात क्षेत्र में लंबे समय तक याद रखी जाएगी।

सफल खुलासे पर पुलिस टीम की पीठ थपथपाते हुए आईजी रेंज करण सिंह नगन्यालय द्वारा ₹15000/- व एसएसपी हरिद्वार द्वारा ₹10000 इनाम की घोषणा की गई। पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु अन्य पारितोषिक के लिए रेंज एवं मुख्यालय स्तर के अधिकारियों से भी वार्ता की जा रही है।

पकड़े गए हत्यारोपियों के नाम-
1- प्रिंस खटाना पुत्र सतीश खटाना निवासी भराना थाना सिकन्दराबाद जिला बुलन्दशहर उ0प्र0
2- अनुराग पुत्र स्वर्गीय जोगिंदर निवासी कृष्णानगर, पनियाला रोड़ रुड़की
3- अंशुल कुमार निवासी लक्सर
4- आशिक गुर्जर पुत्र स्व0 महेन्द्र निवासी भराना थाना सिकन्दराबाद जिला बुलन्दशहर उ0प्र0
5- प्रशान्त खटाना उर्फ काला पुत्र बीरसेन निवासी भराना थाना सिकन्दराबाद जिला बुलन्दशहर उ0प्र0
6- प्रशान्त यादव उर्फ टीकू पुत्र प्रमोद यादव निवासी कोटा थाना गुलावटी जिला बुलन्दशहर उ0प्र0

बरामदगी-
1- घटना में प्रयुक्त पिस्टल 32 बोर
2- घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल
3- घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन

पुलिस टीम-
पुलिस अधीक्षक देहात स्वप्न किशोर सिंह
पुलिस अधीक्षक अपराध पंकज गैरोला
क्षेत्राधिकारी रुड़की पल्लवी त्यागी

पुलिस टीम कोतवाली गंगनहर-
प्रभारी निरीक्षक गोविन्द कुमार
वरिष्ठ उप निरीक्षक जहांगीर अली
उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट
उप निरीक्षक अशोक सिरसवाल
उप निरीक्षक विपिन कुमार

सीआईयू टीम रुड़की-
उप निरीक्षक रमेश सैनी
हेड कांस्टेबल सुरेश रमोला
हेड कांस्टेबल अशोक
कांस्टेबल कपिल
कांस्टेबल नितिन
कांस्टेबल महिपाल
कांस्टेबल राहुल
कांस्टेबल रविन्द्र खत्री

सीआईयू टीम हरिद्वार-
निरीक्षक ऐश्वर्या पाल
उप निरीक्षक रणजीत तोमर
कांस्टेबल उमेश
कांस्टेबल वसीम
उप निरीक्षक दिलवर नेगी थाना प्रभारी कलियर

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