कोटद्वार में शोभायात्रा के साथ भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ
भागवत कथा जीवन के पहलुओं को समझने में करती है मदद: भट्ट
कोटद्वार। कोटद्वार के बलभद्रपुर नयागांव में मंगवार को शोभायात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। क्षेत्र की महिलाओं ने पीले वस्त्र पहन कर सिर पर कलश लेकर बड़ी संख्या में शोभायात्रा में प्रतिभाग किया।
भागवत कथा के पहले दिन कथा व्यास आचार्य पंडित देवी प्रसाद भट्ट ने भागवत कथा का महत्व बताया। उन्होने कथा ने धर्म और अधर्म के बीच युद्ध की महत्वपूर्ण सीखों को साझा किया। इस कथा के माध्यम से मनुष्यों को धर्मपरायण और सत्य के प्रति वचनबद्ध रहने की प्रेरणा मिलती है। इसके साथ ही धुंधकारी का प्रसंग भी सुनाया।
आचार्य भट्ट ने कहा कि भागवत कथा ज्ञान का विशाल सागर है। इसके श्रवण से मनुष्य के जन्म-जन्मों के पाप मुक्त हो जाते हैं। भागवत कथा एक ऐसा महाकाव्य है जो धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान को साझा करता है। यह ग्रंथ अनन्त ज्ञान का खजाना है जो हमें मन, शरीर, और आत्मा के सम्बंध में शिक्षित करता है। भागवत कथा को ज्ञान यज्ञ के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें सुनने वाले और पढ़ने वाले दोनों को आध्यात्मिक ज्ञान का अनुभव मिलता है। ज्ञान का महत्व धार्मिक ग्रंथों में अत्यंत उच्च माना जाता है। ज्ञान ही एक ऐसी आत्मा की शक्ति है जो हमें अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाती है। ज्ञान के बिना जीवन अधूरा होता है, और धार्मिक ज्ञान ही हमें असली सत्य की ओर ले जाता है। भागवत कथा के माध्यम से लोगों को ज्ञान का अनुभव होता है। इस कथा में भगवान कृष्ण के उपदेश, लीलाएं, और विभिन्न चरित्रों की कहानियां होती हैं जो हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करती हैं। यहां तक कि भगवान कृष्ण के बाल लीलाएं भी हमें ज्ञान की अनेक महत्वपूर्ण सीखें देती हैं। भगवान कृष्ण के उपदेश जीवन के हर क्षेत्र में सही मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और हमें धार्मिक और आध्यात्मिक साक्षात्कार की ओर ले जाते हैं। ज्ञान यज्ञ का महत्व इस दृष्टि से है कि इसके माध्यम से हम अपनी आत्मा को शुद्धि देते हैं। यज्ञ के द्वारा हम अपने अंतरात्मा को धार्मिक और आध्यात्मिक उत्तरदायित्व के साथ विकसित करते हैं। इस प्रकार, ज्ञान यज्ञ हमें सच्चे धर्म का अनुभव कराता है और हमें सम्पूर्णता की ओर ले जाता भागवत कथा सच्चे धर्म के मार्ग पर चलने में मदद करते हैं और हमें आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाते हैं।
इस कथा के माध्यम से मनुष्यों को धर्मपरायण और सत्य के प्रति वचनबद्ध रहने की प्रेरणा मिलती है। भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं भक्तों को उनके भगवत्प्रेम और आध्यात्मिक शक्तियों की महिमा का अनुभव कराती हैं। भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं में उनके गोपी भक्तों के साथ वन विहार और रासलीला का वर्णन है। यह लीलाएं उनके भक्तों के साथ प्रेम और आनंद का संचार करती हैं। भागवत कथा विशेषकर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो भगवान के प्रति श्रद्धा रखते हैं और उनके भक्त बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि भागवत कथा जीवन दर्शन एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है जो मानव जीवन के मूल्यों, उद्देश्यों और आदर्शों को समझाने का काम करता है।
भागवत जीवन दर्शन ग्रंथ के माध्यम से मानव जीवन को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से समझाया जाता है। यह ग्रंथ जीवन के विभिन्न पहलुओं को परिपूर्णता की दिशा में अनुदर्शित करता है और मनुष्य को उसके आत्मिक स्वरूप के संबंध में जागरूक करता है। इस ग्रंथ के माध्यम से मानव जीवन के उद्देश्य, सार्थकता, और धर्म के महत्व को समझा जाता है। भागवत जीवन दर्शन ग्रंथ न केवल धार्मिक शिक्षा प्रदान करता है, बल्कि यह मानवता की आदर्श जीवनशैली को भी प्रेरित करता है। इस ग्रंथ का अध्ययन करके मनुष्य आत्मविश्वास, साहस, और धार्मिक भावना को स्थापित करता है और उसे सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। भागवत जीवन दर्शन एक गहरी और उत्तम जीवनशैली के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है, जो धार्मिकता, सही नैतिकता, और मानवता के मूल्यों की प्रतिष्ठा करता है।
भजन गायकों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। इस मौके पर कथा आयोजक सरोजनी चौहान, प्रकाश चौहान, राकेश चौहान, आषीश, आचार्य दीपक ध्यानी, कृष्णा गोदियाल, प्रकाश पोखरियाल, सुभाष पंत आदि मौजूद रहे।