स्वास्थ्य

श्री गुरु राम राय मेडिकल काॅलेज और ICMR-IAPSM ने वन हेल्थ वन नेशन विषय पर निकाली जागरूकता रैली

शहरीकरण से उत्पन्न चुनौतियों और उससे पर्यावरण, मानव एवं पशु स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जताई चिंता

देहरादून। श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज (एसजीआरआरआईएम एंड एचएस) ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) एवं इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (आईएपीएसएम) के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र (आरएचटीसी) मोथरोवाला, एसजीआरआर विश्वविद्यालय के स्कूल आफ नर्सिंग एवम् श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के खुड़बुड़ा स्थित उपकेन्द्रों मंे एक साथ तीन जनजागरूकता रैलियां निकालीं। तीनों जनजागरूकता रैलियों में छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़कर भागीदारी की व आमजन को इस गम्भीर विषय के प्रति सावधान व सचेत किया।

श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज में कम्यूनिटिी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डाॅ पुनीत ओहरी ने कहा कि वन हेल्थ व नेशन विषय पर आयोजित जागरूकता रैली का उद्देश्य अनियोजित शहरीकरण से उत्पन्न चुनौतियों, उसके पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों तथा मानव एवं पशु स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जन-जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम में वन हेल्थ की अवधारणा पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया, जिसके तहत यह बताया गया कि मनुष्य, पशु और पर्यावरणकृतीनों का स्वास्थ्य आपस में गहराई से जुड़ा हुआ है।

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल उपकेन्द्र मोथरोवाला में डॉ. राहुल शर्मा, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी आरएचटीसीय की अगुआई में रैली निकाली गई। इस अवसर पर डॉ. सोनिका एवं डॉ. विशाल कुमार, चिकित्सा संकायय सुभाष रमोला, जनसंपर्क अधिकारी प्रमोद कनियाल एवं मंजू भट्ट, स्वास्थ्य निरीक्षकय दीक्षा रावत, सोजान, अंजली, तनु, गौरव, सैमुअल, शबनम, काजल, रंजन एवं ललिता, नर्सिंग संकायय नरेश, परिचारक तथा सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग के छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

रैली के दौरान फैकल्टी, स्टाफ और विद्यार्थियों ने मोथरोवाला क्षेत्र में बैनर, पोस्टर और नारों के माध्यम से लोगों को स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और सतत जीवनशैली के महत्व के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें तेजी से बढ़ते शहरीकरण, कचरा प्रबंधन की कमी और जैव विविधता के नुकसान जैसे मुद्दों को रचनात्मक ढंग से दर्शाया गया। नाटक ने पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता का सशक्त संदेश दिया।

इस अवसर पर डॉ. राहुल शर्मा ने कहा कि अनियोजित शहरीकरण न केवल बुनियादी ढांचे पर दबाव डालता है, बल्कि यह पारिस्थितिकी तंत्र को भी बाधित करता है, जिससे जानवरों और मनुष्यों के बीच रोग संचरण का खतरा बढ़ जाता है। इस रैली के माध्यम से हमारा उद्देश्य समुदाय को स्वस्थ एवं पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

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