विदेश में भी बज रहा गढ़वाल विश्वविद्यालय का डंका
आस्ट्रेलिया की टॉप यूनिवर्सिटी कैनबरा विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों के शैक्षणिक भ्रमण के लिए गढ़वाल विवि का किया चयन
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के बेहतरीन शैक्षणिक गतिविधियों की उपलब्धियां अब अंतरराष्ट्रीय विवि में भी देखने को मिल रही है। विश्व की सर्वश्रेष्ठ 200 विश्वविद्यालय में से आस्ट्रेलिया की 10 टाप विश्वविद्यालय में शुमार कैनबरा विश्वविद्यालय ने अपने छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक भ्रमण के लिए गढ़वाल विवि का चयन किया है।
आगामी 5 नवम्बर 2024 से शुरू होने शैक्षणिक भ्रमण को लेकर कैनबरा विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी केंद्र के छात्र-छात्राएं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके तहत कैनबरा विवि के चयनित छात्र-छात्राएं गढ़वाल विवि के शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानेगें। बताते चले कि बीते सितंबर माह में कैनबरा विश्वविद्यालय की वरिष्ठ प्रोफेसर रीना घिल्डियाल ने गढ़वाल विवि का भ्रमण किया था। इस दौरान उन्होंने गढ़वाल विवि के शैक्षणिक गतिविधियों और शोध कार्यों के बारें में जानकारी जुटाई। गढ़वाल विवि में हो रहें शोध कार्यों और शैक्षणिक गतिविधियों से संतुष्ट होकर कैनबरा विवि ने जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ समझौता ज्ञापन में हस्ताक्षर किये गये।
एमओयू में शैक्षणिक भ्रमण में कैनबरा विश्वविद्यालय के बैचलर ऑफ साइंस, बैचलर ऑफ बायोमेडिकल साइंस, बैचलर ऑफ एनवायर्नमेंटल साइंस और बैचलर ऑफ मेडिकल साइंसेज में नामांकित होने वाले छात्र-छात्राओं को हिमालय में विज्ञान अध्ययन यात्रा का अध्ययन कर अपनी-अपनी डिग्री में 3 अकादमिक क्रेडिट अंक अर्जित करने होगें।
गढ़वाल विवि के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जीके जोशी ने जानकारी देते हुए बताया गया की अपने शैक्षणिक भ्रमण के दौरान कैनबरा विवि के छात्र-छात्राएं यहां कक्षाओं में अध्ययन के अलावा सूक्ष्म रिसर्च प्रोजेक्ट, योग इत्यादि अन्य गतिविधियों में प्रतिभाग करेंगे। बताया कि कैनबरा विवि के छात्र 5 नवम्बर से 23 नवम्बर तक गढ़वाल विवि का भ्रमण करेंगे।
गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि गढ़वाल विवि राष्ट्रीय ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को निरंतर आगे बढ़ा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के शीर्ष विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के साथ शैक्षणिक भ्रमण से गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को भी शिक्षा के अंतरराष्ट्रीय स्तर को समझने तथा अपना भविष्य संवारने में मदद मिलेगी।