अपराध

UKSSSC: एक और भर्ती परीक्षा से पहले संदिग्ध अभ्यर्थी गिरफ्तार

फर्जी दस्तावेजों से एक ही परीक्षा के लिए तीन परीक्षा केन्द्रों से किया था आवेदन 

देहरादून। दून पुलिस ने फर्जी तरीके से यूकेएसएसएससी की परीक्षा देने की योजना बनाने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने परीक्षा के लिए निर्धारित उम्र निकलने के कारण अभिलेखों में फर्जीवाडा कर एक ही परीक्षा के लिए तीन परीक्षा केन्द्रों से आवेदन किया था।

उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की 05 अक्टूबर 25 को प्रस्तावित सहकारी निरीक्षक, वर्ग-2/सहायक विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के डाटा परीक्षण के दौरान आयोग को एक अभ्यर्थी के अभिलेख संदिग्ध प्रतीत हुए, जिस पर आयोग ने अभ्यर्थी के अभिलेखों की जांच करने के लिए पुलिस को पत्र भेजा।

एसएसपी देहरादून ने अभ्यर्थी सुरेन्द्र कुमार पुत्र सलेक कुमार निवासी कनकपुर, भोजपुर मोदीनगर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के अभिलेखों की गोपनीय जाचं कराई गई तो पता चला कि उसने तीन अलग-अलग मोबाइल नम्बरों से तीन अलग-अलग फार्म भरे थे। यही नहीं उसने परीक्षा के लिए आवेदन हेतु फर्जी प्रमाण पत्रों का उपयोग कर तीन अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों से अपना पंजीकरण कराया था। साथ ही आवदेन के लिए फर्जी प्रमाण पत्र संलग्न किए गए थे।

प्रथम दृष्टया परीक्षा में अनुचित लाभ लेने की मंशा से धोखाधडी करने के संबंध में एसओजी प्रभारी निरीक्षक मुकेश त्यागी द्वारा सुरेन्द्र के विरूद्ध थाना रायपुर में मु0अ0सं0रू 311ध्25 धारारू 318(4), 336(3), 340(2) बीएनएस का अभियोग पंजीकृत कर उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।

पूछताछ का विवरण
पूछताछ के दौरान सुरेन्द्र ने बताया कि वह वर्तमान में पिलखुआ हापुड में अपने माता-पिता एवं पत्नी के साथ रहता है। वह बी0ए0 पास तथा पिलखुआ हापुड स्थित एक प्राइवेट स्कूल में टीचर है। उसकी पत्नी भी इसी स्कूल में शिक्षिका है।

सुरेंद्र ने बताया कि उसकी वास्तविक जन्मतिथि 01-04-1988 है। उसने वर्ष 2007 में गाजीपुर, उत्तर प्रदेश से इण्टर किया तथा जब सरकारी नौकरी के लिए उसकी आयु निकलने लगी तो उसने गाजीपुर से ही पुनः वर्ष 2012 में हाइस्कूल तथा वर्ष 2014 में इण्टर किया, जिसमें उसकी अपनी जन्मतिथि कम करवाते हुए 01-01-1995 दर्शायी। वर्ष 2012 में उसने राजस्थान से बीए किया तथा वर्ष 2018 में पुनः सोलन, हिमाचल प्रदेश से बीए किया गया। वह प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कर रहा था, जिस कारण उसने योजनाबद्ध तरीके से अपने अभिलेखों में अपनी वास्तविक आयु से कम दर्शाते हुए तीन अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों टिहरी, हरिद्वार तथा देहरादून से आवेदन किया गया।

एएसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी से विस्तृत पूछताछ के बाद उसके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई गयी।

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