अपनी सरलता, सहजता, बोधगम्यता और समन्वय की भावना से आगे बढ़ रही हिन्दीः प्रो. शास्त्री
राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रुड़की में हिन्दी पखवाड़ा-2024 का मुख्य समारोह
रुड़की। राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रुड़की में आज हिन्दी पखवाड़ा-2024 का मुख्य समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चन्द्र शास्त्री, विशिष्ट अतिथि प्रख्यात लेखक डॉ. नरेश मोहन, एनआईएच के निदेशक डॉ. मनमोहन कुमार गोयल,, हिन्दी पखवाड़ा समिति के अध्यक्ष डॉ. सोमेश्वर राव और राजभाषा प्रभारी डा. सोबन सिंह रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक डॉ.मनमोहन कुमार गोयल ने की।
समारोह में सर्वप्रथम संस्थान की गृह पत्रिका प्रवाहिनी के 31वें अंक का विमोचन किया गया । डॉ ऋचा पाण्डेय, किरण आहुजा, निशा किचलू, प्रिया गगनेजा, पदम शर्मा, प्रदीप पंवार, अमित रावत, संजू यादव की टीम द्वारा जल स्तुति कर अतिथियों का स्वागत किया गया। संस्थान के निदेशक ने अपने भाषण में हिन्दी का प्रचार-प्रसार सरल भाषा में करने का आग्रह किया। उन्होने कहा कि संदेश की भाषा सरल होनी चाहिए। मुख्य अतिथि ने अपने व्याख्यान में कहा कि हिन्दी अपनी सरलता, सहजता, बोधगम्यता और समन्वय की भावना से आगे बढ़ रही है।
इस अवसर मौलिक पुस्तक पुरस्कार योजना -2023 के लिए जलशोधन-प्राचीन से अर्वाचीन (लेखक- डॉ. डी.डी. ओझा एवंए.के. साहू) को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार जाने माने पत्रकार पंकज चर्तुवेदी “डूबते हुए प्यासे शहर” को प्रदान किया गया। विशिष्ट अतिथि डॉ. नरेश मोहन ने अपने भाषण में कहा कि जल ही जीवन है, जल का संरक्षण युग का धर्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाषा अनुकरण से आती है। आज हमारे प्रधानमंत्री विदेश में जाकर भी हिन्दी भाषा में अपने व्याख्यान दे रहे हैं, जिससे राष्ट्र का गौरव बढ़ रहा है । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता जब प्रबल होती है तब युग बदलता है। आज हिन्दी भाषा बाजार से जुड़ गई है तथा व्यवसाय की भाषा बन गई है।
राजभाषा प्रभारी डॉ. सोबन सिंह रावत ने संस्थान में वर्षभर हिन्दी में की गई गतिविधियों की जानकारी दी। डॉ. एम सोमेश्वर राव ने हिन्दी मास के दौरान आयोजित गतिविधियों की जानकारी दी तथा कहा कि यह सभी कमेटी के सदस्यों के सहयोग से ही कार्यक्रम संपन्न हो सका है । मुख्य अतिथियों द्वारा हिन्दी पखवाड़ा समारोह में आयोजित विभिन्न गतिविधियों के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये गये।
वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी प्रदीप उनियाल ने हिन्दी पखवाड़ा के दौरान आयोजित हिन्दी गतिविधियों पर प्रकाश डाला। पवन कुमार ने कार्यक्रम की सफलता एवं आयोजन में आये सभी अतिथियों का धन्यवाद किया ।
कार्यक्रम में पवन कुमार , प्रदीप उनियाल, रजनीश गोयल , दौलतराम, अनिल शर्मा, नरेश सैनी, अशोक कुमार, हंसराज, राजेन्द्र इत्यादि मौजूद थे।