देहरादून। केंद्र की मोदी सरकार पर अपने पूंजीपति साथियों को संरक्षण देने और विपक्ष के नेताओं के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसियों (ईडी, सीबीआई, आईटी आदि) का दुरुपयोग करने के विरोध में कांग्रेस ने आज पूरे देश में प्रदर्शन किया। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में भी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से क्रास रोड़ स्थित ईडी कार्यालय तक जुलूस निकालन कर ईडी कार्यालय घेराव किया। ईडी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सामूहिक गिरफ्तारी दी, जिन्हें पुलिस ने पुलिस लाइन ले जाकर छोड़ दिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज प्रातः 11ः00 बजे प्रदेशभर से आए कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में एकत्र हुए, जहां से जुलूस के साथ नारेबाजी करते हुए स्लेहॉल चौक, गांधी पार्क, घंटाघर, दर्शन लाल चौक होते हुए ईडी कार्यालय का घेराव किया।
अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अरबों रुपये के घोटाले के हिंडनबर्ग के खुलासे से मोदी-अडानी गठजोड़ का भंडाफोड़ हो चुका है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि मोदी-सेबी-अडानी घोटाले की जांच के लिए जेपीसी का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करने पर केन्द्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग विपक्षी दल के नेताओं के परेशान करने के लिए किया जा रहा है उससे इन जांच ऐजेंसियों की निष्पक्षता एवं कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार द्वारा अपने सहयोगी पूंजीपतियों को दिये जा रहे संरक्षण एवं केन्द्रीय जांच एजेंसियों के विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ किये जा रहे लगातार दुरूपयोग की कांग्रेस पार्टी कठोर शब्दों में निन्दा करती है।
करन माहरा ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने पिछले 10 वर्ष के कार्यकाल में जिस प्रकार देश की जनता को अपनी हिटलरशाही से प्रताडित किया उसका जवाब देशवासियों ने देशभर में भाजपा के खिलाफ मतदान के रूप में दिया। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर मोदी सरकार के पिछले दो कार्यकालों से महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर रही है। आम जरूरत की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं तथा आम आदमी को दो जून की रोटी के लिए संघर्ष करना पड रहा है। देश में बेरोजगारों की फौज दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अग्निवीर जैसी योजना लागू कर देश के नौजवानों का भविष्य चैपट करने का काम किया है। देश के किसानों को अपनी जायज मांगों के लिए खेती का काम छोड़कर सडकों पर उतरना पड़ रहा है। किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिलने के कारण कर्ज में डूबा किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर नरेन्द्र मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों का हजारों करोड़ रुपये माफ कर इसका बोझ देश की आम जनता पर डालने का काम कर रही है जिसका जीता-जागता उदाहरण हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में हुए हजारोड़ रूपये के घोटाले से
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल मे महिलाओं के साथ हो रही सामूहिक बलात्कार, हत्या की घटनाओं ने पूरी मानवजाति को शर्मसार किया है। अंकिता भण्डारी हत्याकांड, कोलकत्ता में महिला चिकित्सक के साथ भीवत्स बलात्कार व हत्या की घटना, उत्तराखण्ड के रूद्रपुर में महिला नर्स की बलात्कार के बाद नृसंस हत्या, देहरादून के आइएसबीटी में पंजाब से आई युवती के साथ बलात्कार जैसी रोज घट रही घटनाओं से मोदी सरकार का बेटी पढाओ-बेटी बचाओ का नारा जुमला साबित हो रहा है। महिलाओं पर रोज-रोज बढते अत्याचार एवं सामूहिक बलात्कार जैसी घटनाओं से महिलायें अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। किसान अपनी जायज मांगों के लिए आन्दोलन कर रहा है तथा उसे कीलों पर चलाया जा रहा है। बेरोजगार नौजवान रोजगार की मांग कर रहा है परन्तु केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा धर्म एवं जाति के नाम पर जनता को भ्रमित कर केवल अपने पूंजीपति साथियों का पोषण किया जा रहा है।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने किया। कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, डॉ0 हरक सिंह रावत, नवप्रभात, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, महेन्द्र सिंह पाल, पूर्व विधायक राणजीत सिंह रावत, जोत सिंह गुनसोला, राजकुमार, महामंत्री विजय सारस्वत, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, लालचन्द शर्मा, ललित फर्स्वाण, राजपाल बिष्ट, जयेन्द्र रमोला, राजवीर सिंह, महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, युवा अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, राजीव महर्षि, याकूब सिद्धिकी, गोदावरी थापली, जिला एवं महानगर अध्यक्ष डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी, मोहित उनियाल, अमन गर्ग, राजेन्द्र चौधरी, राजीव चौधरी, मनीष राणा, दिनेश चौहान, भूपेन्द्र भोज, दीपक किरोला, भगत सिंह डसीला, मुकेश नेगी, राहुल छिमवाल, गोविन्द सिंह बिष्ट, उत्तम असवाल, विनोद नेगी, विनोद डबराल, कुंवर सजवाण, दीपक लुंठी, राकेश राणा, मुशर्रफ हुसैन, सी.पी. शर्मा, हिमांशु गाबा, लालचन्द शर्मा, डॉ0 प्रतिमा सिंह, सुनीता प्रकाश, अरूण कुमार शर्मा, बीना जोशी, सोनिया आनन्द, गरिमा दसौनी, रामबाबू मिश्रा, शेखर जोशी, अनुपम शर्मा, संदीप सहगल, राजकुमार शर्मा, सुनित राठौर, संदीप चमोली, राजेश चमोली, गिरीश पपनै, नवनीत सती, दर्शन लाल, शीशपाल सिंह बिष्ट, अमरजीत सिंह, अवधेश पंत, महेन्द्र सिंह नेगी, पिया थापा, हेमा पुरोहित, आशीष नौटियाल, विनय सारस्वत, मोहन काला, पुष्पा पंवार, चन्द्रकला नेगी, उर्मिला थापा, अनुराधा तिवारी, अनिल नेगी, संजय कद्दू, धनीलाल शाह, अभिनव थापर, विशाल मौर्य, मामोहन मल्ल, दीप बोहरा, डॉ0 प्रदीप जोशी, आनन्द बहुगुणा, राजवीर खत्री, सुलेमान अली, नवीन रमोला, सलीम खान, विरेन्द्र पंवार, अर्जुन पासी, मो0 फारूख, आलोक मेहता, सज्जाद अंसारी, रॉबिन त्यागी, अनूप कपूर, सुशील राठी, अनुराग मित्तल आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।