कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने यूनिवर्सिटी सौवीनियर शॉप का किया उद्घाटन
हिमालयी धरोहरों के 3D मॉडल ने खरीदने में खासी रुचि दिखा रहे हैं विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं, कर्मचारी और आम लोग
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के संरक्षणाधीन संग्रहालय,हिमालय पुरातत्व और नृवंशविज्ञान संग्रहालय, हिमालयी क्षेत्र के धरोहरों को संरक्षित एवं प्रदर्शित करता एक विशेष संग्रहालय है। इस संग्रहालय में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, एवं अन्य हिमालयी क्षेत्र के पुरावशेषों, उपकरणों, मूर्तियों, कलाकृतियों एवं शिल्पकला को प्रदर्शित एवं संरक्षित किया गया है, जो इस क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। इन्हीं धरोहरों को जनसाधारण के समक्ष पहुॅंचाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा विभिन्न कलाकृतियों को 3D स्कैनिंग व प्रिंटिंग एवं डिजिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है।
इसी क्रम में यूनिवर्सिटी सौवीनियर शॉप का उद्घाटन मंगलवार 22 अक्टूबर को कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल द्वारा किया गया। इस ‘यूनिवर्सिटी सौवीनियर शॉप’ में संग्रहालय में रखे गए पुरातात्विक कलाकृतियों के 3D मॉडल रखे गए हैं। यह 3D मॉडल, विभाग के ही शोध छात्र- छात्राओं एवं परास्नातक छात्र- छात्राओं द्वारा 3D स्कैनिंग एवं 3D प्रिटिंग द्वारा बनाए जा रहे हैं। यह ‘यूनिवर्सिटी सौवीनियर शॉप’ हिमालयी धरोहरों को एक नए कलेवर में रखकर प्रचारित-प्रसारित कर जनसाधारण तक पहुंचाने का एक माध्यम है ।
मंगलवार को इस ‘यूनिवर्सिटी सौवीनियर शॉप’ के उद्घाटन के बाद यह शॉप विश्वविद्यालय छात्र-छात्राएं, कर्मचारी के साथ सभी जनसाधारण के लिए हिमालयी धरोहरों के 3D मॉडल को खरीदने के लिए शुरू कर दी गई है। यह शॉप यूनिवर्सिटी के कार्य दिवसों में खुली रहेगी।
उद्घाटन के अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आर पी एस नेगी, डॉ. नागेंद्र रावत(संग्रहालय समन्वयक), प्रोफेसर वाय.एस.फर्स्वाण, डॉ. एस एस बिष्ट, डॉ.सुभाष चन्द्र , डॉ. श्वेता वर्मा, डॉ. सुबोध मेंडले, डॉ ज्योत्सना सहित संग्रहालय के कर्मचारी सहित विभाग के शोध छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।
इस सम्बन्ध में ज्यादा जानकारी हेतु संग्रहालय के समन्वयक( डॉ. नागेंद्र रावत) एवं विभागाध्यक्ष(प्रोफेसर आर पी एस नेगी) से संपर्क किया जा सकता है।