देहरादून। कॉर्बेट नेशनल पार्क की पाखरो रेंज में टाइगर सफारी निर्माण में हुए घोटाले में सोमवार को पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत से प्रवर्तन निदेशालय( ईडी) ने 12.30 घंटे पूछताछ की। पूर्व मंत्री सोमवार को सुबह 10.30 बजे इंडी कार्यालय पहुंचे थे। उनसे करीब 11 बजे पूछताछ शुरू हुई। ईडी ने घोटाले के संबंध में उनसे कई सवाल किए गए।
पूछताछ के बाद बाहर निकले पूर्व कैबिनेट मंत्री रावत ने पाखरो टाइगर सफारी में भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। अगर कोई भी जांच एजेंसी इसे साबित करेगी तो वह कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि पाखरी रेंज घोटाले के मामले में वर्ष 2022 में विजिलेंस ने हल्द्वानी सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया था। तत्कालीन कुछ अफसरों, जिनमें पूर्व डीएफओ किशनचंद भी शामिल थे, को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके बाद पिछले साल अगस्त में विजिलेंस ने हरक सिंह रावत और उनके परिचितों के संस्थानों पर छापा मारा था। यहां एक पेट्रोल पंप पर सरकारी जनरेटर बरामद हुआ था। हालांकि, जांच अभी और आगे बढ़ती, इससे पहले ही हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई को जांच सौंप दी गई। विजिलेंस ने इस केस से जुड़े सभी दस्तावेज सीबीआई सौंप दिए।
पूछताछ का सामना करने के बाद बाहर निकले पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय और आयकर जैसी जांच एजेंसी का केंद्र सरकार दुरुपयोग कर रही है। पाखरो टाइगर सफारी में भी भ्रष्टाचार नहीं किया गया है। अगर कोई भी जांच एजेंसी इसे साबित करेगी तो वह कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।