भूखहड़ताल पर बैठे केशवगिरी महाराज को प्रशासन ने जबरन उठाया, अस्पताल में भर्ती
एक और आंदोलनकारी भूखहड़ताल पर बैठा, कल सभी दफ्तर और बाजार बंद कर प्रदर्शन का ऐलान
बड़कोट। बड़कोट में पम्पिंग पेयजल योजना की स्वीकृति की मांग को लेकर पिछले छह दिनों से भूखहड़ताल पर बैठे स्वामी केशवगिरी महाराज को आज प्रशासन ने जबरन उठाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया है। इस दौरान पुलिस प्रशासन को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। केवशगिरी महाराज का भूखहड़ताल से उठाते ही एक औश्र आंदोलनकारी पूर्ण सिंह रावत भूखहड़ताल पर बैठ गए। आंदोलनकारियों ने कल 12 जुलाई को विशाल प्रदर्शन के साथ सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों को बंद करने का ऐलान किया है
मालूम हो कि यमुनोत्री धाम का मुख्य पड़ाव नगर पालिका बड़कोट विगत 4 माह से भीषण जल संकट से त्रस्त है। आन्दोलनकारियों का कहना है कि 6 जून से क्रमिक धरना एक माह रहा और 6 जुलाई से भूख हड़ताल एवं अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है और अगर जल्द पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति नही मिली तो उग्र आंदोलन किया जायेगा । नगरवासियों ने राज्य सरकार से जल्द चार सूत्रीय मांगों के निस्तारण की उम्मीद जताई है।
धरना व ज्ञापन देने वालो में जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, सहकारी समिति के अध्यक्ष अजय रावत, प्रवीन सिंह, सभासद संजय अग्रवाल, कपिल, नीरज रावत, तरवीन राणा, देवेंद्र रावत, ताजीराम, विजयपाल, वासुदेव, बबिता, रीना, अक्षांश रावत, आशीष, लक्ष्मी, सोना, कमला, हेमा बछेर, विजय सिंह, निधि, सुनीता, शांति प्रसाद, प्रेम सिंह, चन्द्रमणि, वासुदेव, अमर सिंह, अंकित राणा, शिव प्रसाद, हरिमोहन, भरत, सोवेंद्र चैहान, एसएस रावत सहित सैकड़ों नगरवासी मौजूद थे।