देहरादून। कांग्रेस को आज दो बड़े झटके लगे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में टिहरी से कंाग्रेस प्रत्याशी रह चुके धन सिंह नेगी और बदरीनाथ विधायक व पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने पार्टी छोड़ दी।
राजेंद्र भंडारी ने दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मंत्री पीयूष गोयल, उत्तराखंड भाजपा प्रभारी दुष्यंत गौतम और पौड़ी सीट से उम्मीदवार अनिल बलूनी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
राजेंद्र भंडारी ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की थी। वर्ष 2002 से 2007 तक वे चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष रहे। 2007 में नंदप्रयाग विधानसभा से वे निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में जीते और भाजपा की खंडूड़ी सरकार में 2012 तक खेल मंत्री रहे थे। वर्ष 2012 में उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा और बदरीनाथ विधानसभा से विधायक चुने गए। तब वे हरीश रावत सरकार में अंतिम छणों में तीन माह तक कृषि मंत्री रहे। वर्ष 2017 में वे महेंद्र भट्ट से चुनाव हार गए थे। 2022 में वे फिर विधायक निर्वाचित हुए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक राजेंद्र भंडारी के पार्टी में शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए हार्दिक स्वागत किया है । उन्होंने अन्य पार्टियों में शेष बचे नेताओं से भी विकसित भारत निर्माण के बड़े मिशन पर मोदी परिवार में सहभागी बनने का आह्वाहन किया है ।
भट्ट ने कहा, विकसित भारत एवं उत्तराखंड के संकल्प पूर्ति के लिए कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के नेताओं का आगे आना मोदी जी के तीसरी बार पीएम बनने की गारंटी है । उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, राजेंद्र भंडारी के पास लंबा सामाजिक एवं राजनैतिक अनुभव है, जिसका लाभ पार्टी को चुनावों में मिलने वाला है । उन्होंने कहा, मोदी के भाजपा परिवार में शामिल होने वालों का आंकड़ा अब 12 हजार के पार पहुंच गया है । हम इसे आंकड़ों से बढ़कर मोदी जी के नेतृत्व 2047 तक विकसित और समृद्ध भारत आंदोलन की सफलता का प्रमाण बताया ।
भट्ट ने कांग्रेस और अन्य पार्टियों के अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकसित और सशक्त भारत निर्माण में साथ आने का आग्रह किया । साथ ही कहा, यही समय है, सही समय है राष्ट्र निर्माण के मिशन का हिस्सा बनकर अपना अमूल्य योगदान दें ।