देहरादून। सेवलाकलां स्थित जीएचएस फार्म में ईशा योग केंद्र कोयंबटूर में आयोजित महाशिवरात्रि कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया। सद्गुरु द्वारा निर्देशित ध्यान में भाग लेने और अद्वितीय संगीत, नृत्य और एक गहन सांस्कृतिक प्रदर्शन हुआ। कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश सभी के लिए निःशुल्क था।
महाशिवरात्रि के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सद्गुरु बताते हैं, ‘महाशिवरात्रि पर, मानव प्रणाली में ऊर्जा का स्वाभाविक उछाल होता है। चाहे कोई ज्ञानी हो या अज्ञानी, संत हो या पापी, दृष्टा हो या दुष्ट, अपार संभावनाओं की इस रात को जागते हुए और सतर्क रहकर, इंसान तृप्ति की दिशा में कदम उठा सकता है।’
उत्सव की शुरुआत ध्यानलिंग में पंच भूत आराधना के साथ हुई, जिसमें तत्वों का शुद्धिकरण होता है। इसके बाद लिंग भैरवी महायात्रा, सद्गुरु द्वारा निर्देशित मध्यरात्रि ध्यान और प्रवचन हुआ। इसके आदियोगी दिव्य दर्शनम जो योग की उत्पत्ति को दर्शाता है को प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में 700 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया। यह कार्यक्रम कई ईशा स्वयंसेवकों के देखरेख में संपन्न हुआ। कोयंबटूर में हुए इस कार्यक्रम में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे।