कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को “स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान”
राजभवन में नित्यानंद स्वामी जनसेवा समिति ने किया सम्मानित
देहरादून। कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को उनकी साफ-सुथरी राजनीतिक छवि के लिये ‘‘स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान’’ से नवाजा गया है। यह सम्मान श्री नित्यानंद स्वामी जनसेवा समिति द्वारा उन्हें प्रदान किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने अपने संबोधन में समिति का आभार व्यक्त किया। राजनीतिक सक्रियता, निरंतर चिंतनशील, दूरदर्शिता, पारदर्शी कार्य और निश्छल जनसेवा भाव को देखते हुये समिति द्वारा इस सम्मान के लिये डॉ. रावत का चयन किया गया।
प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी की 96वीं जयंती के अवसर आज राजभवन में श्री नित्यानंद स्वामी जनसेवा समिति द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुये। इस विशेष कार्यक्रम में नित्यानंद स्वामी जनसेवा समिति द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अपना अमूल्य योगदान देने वाले महानुभावों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समिति द्वारा प्रदेश के युवा कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को उनकी साफ-सुथरी राजनीतिक छवि के लिये उन्हें ‘‘स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान’’ से सम्मानित किया गया। जिसे उन्होंने राज्यपाल के हाथों ग्रहण किया।
सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुये डॉ. रावत ने कहा कि “नित्यानंद स्वामी जी के आदर्श और समाज सेवा के प्रति उनका समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। यह सम्मान मुझे समाज और प्रदेश की भलाई के लिए और अधिक निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।“ उन्होंने कहा कि नित्यानंद स्वामी छात्र राजनीति से उभरे हुये राजनेता थे। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा। वह प्रदेश के ऐसे राजनेता थे जो जनहितैषी और उदार छवि के थे, सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के कारण उनका सम्मान पक्ष और विपक्ष के सभी लोग किया करते थे। डॉ. रावत ने कहा कि हमें स्वामी जी के पद चिन्हों पर चल कर राजनीतिक सुचिता के साथ जनसेवा करना चाहिये, यहीं उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। डॉ. रावत ने इस सम्मान के लिए श्री नित्यानंद स्वामी जनसेवा समिति का आभार व्यक्त करते हुए, इस सम्मान को समाज सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
इस अवसर पर नित्यानंद स्वामी जनसेवा समिति के पदाधिकारी अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।