उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम के पुरोहितों का देवस्थानम प्रबधंन विधेयक के खिलाफ आंदोलन उग्र होता जा रहा है। गंगोत्री धाम के पुरोहितों का कहना है कि उनका विरोध प्रदेश सरकार और उत्तराखंड भाजपा के खिलाफ है। तो वहीं रविवार को प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के सामने पुरोहितों ने सीएम त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। तो वहीं भागीरथी घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को भी गंगा जी के दर्शन बाहर से कर वापस लौटना पड़ा।
रविवार को भागीरथी घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अब्बल सिंह बिष्ट उत्तरकाशी से भैरो घाटी और गंगोत्री धाम में निरीक्षण के लिए पहुंचे। जहां पर उनके पहुंचते ही गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिस कारण प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को अन्य यात्रियों की भांति गंगोत्री मन्दिर के बाहर से दर्शन कर वापस लौटना पड़ा।
गंगोत्री धाम मन्दिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल ने बताया कि भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अब्बल सिंह बिष्ट ने उनसे गंगोत्री की समस्याओं के बारे में पूछा। जिस पर उन्होंने गंगोत्री धाम में भागीरथी गंगा में बढ़े गाद को लेकर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने जल्द ही वैकल्पिक समाधान करने का आश्वासन दिया। साथ ही सेमवाल ने कहा कि जब प्रदेश सरकार कह रही है कि सारी व्यवस्था उनकी है तो धामों में यात्रियों की व्यवस्था भी वह स्वयं सम्भालें।